अवैध बांध कामों पर कार्रवाई का आदेश भी और संरक्षण भी?
विरार ( संवाददाता) | वसई विरार शहर महानगर पालिका के अधिकारी /कर्मचारी 'हाथी के दो दाँत' की तर्ज पर बड़ी कुशलता से अभिनय कर रहे हैं, जो कि वसई करों के लिए हास्यास्पद विषय वस्तु साबित हो रही है। साथ 'हाथी का एक दांत 'लोगों में चिंता का कारण बनता जा रहा है। ऐसी जानकारी सर्व सामान्य जनों की 'चर्चाओं'' से हमारे संवाददाता को प्राप्त हुई है। सब कुछ मिलाकर माना जा रहा है कि मनपा अधिकारी एक घटिया 'नौटंकी के जोकर' चरित्र का मंचन करते नजर आ रहे हैं।
बतादें कि वविश मनपा के अतिक्रमण व अनधिकृत निर्माणों के विभाग की जिम्मेदारी संभालने वाले अतिरिक्त आयुक्त अपने एक पत्र जा-क्र.: वविशम / अति-आयुक्त (उ-)/86/20-21/ दिनांक : 12-01-2021 को जारी करके अनधिकृत पर सख्त कार्रवाई करने का आदेश सभी प्रभागों में नियुक्त सहायक आयुक्तों को दिया था। उस आदेश में कहा गया था कि वे अपने क्षेत्र में हुए और हो रहे अवैध बांधकामों के विरुद्ध नोटिस देने के 24 घण्टों के बाद ही एम. आर टी. पी. के अंतर्गत सख्त कार्रवाई करें तथा उस बांध काम को तत्काल ध्वस्त कर निष्कासित करें। कार्यवाही की रिपोर्ट तत्काल मनपा कार्यालय में प्रस्तुत करें, जो वसईकरों को आशा की ज्योति नजर आया था कि वसई तालुका अनधिकृत बांधकामों से मुक्त होने वाला है, किंतु एक वर्ष बीतते ही अतिरिक्त आयुक्त आशीष पाटिल का आदेश हाथी का दिखने वाला दाँत ही सिद्ध हुआ है।
मनपा क्षेत्र में अंधाधुंध हो चुके अवैध बांधकाम अब 'हाथी के खाने वाले दूसरे दाँतों' की कहानी बयान कर रहे हैं। आदेश जारी होने के एक वर्ष में ही मनपा क्षेत्र में सैकड़ों अवैध बांधकाम, आरक्षित भू-खण्डों पर हो रहे हैं तथा पूरे भी हो चुके हैं। इन अवैध बांध कामों को अतिरिक्त आयुक्त पाटिल व सभी प्रभागीय सहायक आयुक्तों का संरक्षण बताया गया है। मनपा कार्यालय में की गई शिकायतों का कचरा रद्दी में बेंच कर मनपा अधिकारी अवैध बांधकामों की मलाई चाट कर रहे हैं, ऐसी चर्चा भी स्थानीय जनों में छाई हुई है। जब अवैध बांधकामों को संरक्षण ही देना है तो उक्त आदेश जारी करने की नौटंकी क्यों की थी. अतिरिक्त आयुक्त ने ? एक ज्वलंत सवाल बना हुआहै: अतिरंजक, मनोरंजक और चिंतनीय सवाल?
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