मुंबई। यात्रियों के जीवन की सुरक्षा के लिए पश्चिम रेलवे के रेल सुरक्षा बल (RPF) के जवान हमेशा सबसे आगे रहते हैं। पश्चिम रेलवे के रेल सुरक्षा बल ने ऑपरेशन "यात्री सुरक्षा" शुरू किया है जिसके तहत आरपीएफ यात्री से संबंधित अपराधों जैसे चोरी और डकैती में शामिल अपराधियों को पकड़ता है और उन्हें आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए जीआरपी को सौंप दिया जाता है।पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार रेल सुरक्षा बल ने पश्चिम रेलवे के मुंबई मंडल के सभी प्रमुख स्टेशनों पर विशेष अपराध रोकथाम और जांच दस्तों (सीपीडीएस) का गठन किया है, जो अपराधियों को पकड़ने के लिए स्रोत जानकारी एकत्र करके योजनाबद्ध रूप से काम करते हैं। दो अलग-अलग मौकों पर दो यात्रियों द्वारा लगभग 20,000/- रुपये के मोबाइल फोन की चोरी और 3000/- रुपये की वॉलेट चोरी का एक मामला दर्ज किया गया था। सीपीडीएस स्टाफ द्वारा दोनों मामलों के सीसीटीवी फुटेज की गहन समीक्षा करने पर इन दोनों मामलों में एक ही संदिग्ध संलिप्त पाया गया। तदनुसार खुफिया जानकारी एकत्र की गई और संभावित स्थानों पर सीपीडीएस टीम द्वारा निरंतर निगरानी रखी गई। 11 सितंबर, 2022 को अंधेरी की सीपीडीएस टीम ने अंधेरी स्टेशन सर्कुलेटिंग एरिया में एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा। उसे आरपीएफ पोस्ट अंधेरी लाया गया जहां उसने अपना नाम इमरान हारुन बावड़िया बताया और दोनों चोरी की बात स्वीकार की। यह पाया गया कि वह एक आदतन अपराधी है और शहर क्षेत्र और रेलवे में चोरी, लूट और नशीले पदार्थों से संबंधित अपराधों सहित 17 मामलों में शामिल है। आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए अपराधी को जीआरपी को सौंप दिया गया।उल्लेखनीय है कि चालू वर्ष में रेलवे क्षेत्र में आरपीएफ ने 387 चोरों और 27 लुटेरों को पकड़ा है। ऑपरेशन "यात्री सुरक्षा" के अंतर्गत एक केंद्रित दृष्टिकोण के साथ पश्चिम रेलवे का आरपीएफ उत्कृष्ट परिणाम दे रहा है। आरपीएफ निकट भविष्य में ऑपरेशन "यात्री सुरक्षा" के अंतर्गत अभियान को और तेज करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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