नई दिल्ली। भारत के ट्रांसजेंडर युवाओं पर राष्ट्रीय परामर्श, नई दिल्ली में आयोजित किया गया। किन्नर मां एक सामाजिक संस्था की सुश्री सोनाली चौकेकर ने इस परामर्श का हिस्सा होने के नाते और सलमा खान साखरकर के मार्गदर्शन में परामर्श से पहले युवा ट्रांसजेंडर की शिक्षा और तत्काल जरूरतों के संबंध में अपने विचार और राय भी दी। विचार-विमर्श के दौरान क्षेत्रीय स्तरीय समिति गठित करने तथा बालक एवं बालिकाओं के स्थान पर विद्यार्थी शब्द का प्रयोग करने का निर्णय लिया गया। एनसीईआरटी का यह शानदार फैसला था। साथ ही केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेन यादव ने ट्रांसजेंडर के लिए लिंग तटस्थ वेतनमान के अनुसार ट्रांसजेंडर को रोजगार में शामिल करने का आश्वासन दिया और उन्हें श्रम मंत्रालय के तहत पहचान पत्र और पंजीकरण प्रदान करने के लिए। हमारे ट्रांसजेंडर समुदाय को भेदभाव और कलंक को कम करने और स्वीकृति के स्तर को बढ़ाने के लिए और समर्थन के लिए धन्यवाद भी किए l
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