शब्दाक्षर महाराष्ट्र के तत्वाधान में सावन के मौसमी गीतों संग सजी गोष्ठी

 

मुंबई । "शब्दाक्षर महाराष्ट्र" की सावन माह के मौसमी गीतों से सजी विशेष "ऑन लाइन" काव्य गोष्ठी शनिवार 15 जुलाई को शाम 4 बजे से 7 बजे तक आयोजित की गई lकार्यक्रम के अध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. कृपा शंकर मिश्र और विशिष्ट अतिथि श्रीमती शची मिश्रा जीथी।कार्यक्रम की अयोजिका "शब्दाक्षर महाराष्ट्र" की अध्यक्ष्या डॉ. कनक लता तिवारी और कार्यक्रम का सूत्र संचालन लाल बहादुर यादव "कमल" जी ने किया।सावन की फुहार के इस कार्यक्रम में विभिन्न कवियों ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत की जिसमें राहुल सिंह'ओज' जो कि ओज के कवि है लेकिन सावन के शृंगार रस को उन्होंने खूब निभाया lसत्यभामा सिंह ने अत्यन्त सुन्दर कजरी से सभी को विभोर कर दिया।बिट्टू जैन सना और अन्नपूर्णा गुप्ता की रचनाएं बहुत सुन्दर रही lलाल बहादुर यादव "कमल" ने सुन्दर संचालन के साथ सुन्दर गायन भी प्रस्तुत किया।डॉ. कनक लता तिवारी  ने उत्कृष्ट कविता का पाठ किया। मनोज दुबे जो पहली बार मंच पर आए उनकी प्रस्तुति बहुत उत्तम कोटि की रही,मीना माहेश्वरी रीवा ने तो अपने मधुर स्वर से सभी को सम्मोहित कर दिया।दयाराम दर्द "फिरोजाबादी ने राष्ट्रीय भावना से भरी रचना प्रस्तुत की। नंदिता  माजी शर्मा ने सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का आरम्भ किया उनके द्वारा सावन पर प्रस्तुत रचना अद्भुत रही।इसके बाद शची मिश्रा ने सावन और लोक गीतों पर इसके प्रभाव के बारे में विस्तृत विवेचना प्रस्तुत की।अंत में डॉ कृपाशंकर मिश्रा जी ने अपने अप्रतिम अध्यक्षीय भाषण के साथ अपनी रचना प्रस्तुत की जिसने हर किसी को मंत्र मुग्ध कर दिया lसावन की फुहार काव्य गोष्ठी साहित्य और काव्य के अद्भुत प्रतिमानों के साथ अत्यंत सफल रही।

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