गीतकार निरंजन सैन के आल्हा गीत का हुआ लांचिंग एवं समीक्षा

मुंबई। साहित्य की प्रख्यात विधा आल्हा गीत जो एक समय राजाओं के दरबार में वीरों का हौसला बढ़ाने हेतु राजदरबारी कवि गाया करते थे।आल्हा विधा का लेखन पिछले दो दशकों से लुप्त होती नजर आ रही थी किन्तु जबलपुर मध्य प्रदेश के वरिष्ठ साहित्यकार निरंजन सैन उक्त विधा को जिंदा रखने का वीणा उठाया।निरंजन सैन ने आल्हा गीत के अनेकों एल्बम लिखे जिसकी आवाज जबलपुर की प्रसिद्ध गायिका संजो बघेल ने दिया।उसी कड़ी में निरंजन सैन लिखित भगवान राम पुनर्स्थापना अयोध्या का आल्हा गीत युवा गायिका कविता प्रवेश सैन ने आवाज देकर सराहनीय कार्य किया है और दूसरी गीत बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री श्रद्धेय कर्पूरी ठाकुर के जीवनी पर लिखा जिसका आवाज़ संजो बघेल ने दिया।संजो बघेल द्वारा गाए गए गीत के एल्बम का लोकार्पण 4 जनवरी 2024 को हुआ जो संपूर्ण भारत वर्ष में सुनी जा रही है। कर्पूरी ठाकुर के जीवन पर आधारित गीत के लोकार्पण पश्चात 4 जनवरी 2024 सायंकाल गूगल मीट के माध्यम से देश के सुप्रसिद्ध साहित्यिक माथुरकर जबलपुरी अन्जानदास-जबलपुर,कवि एवं पत्रकार विनय शर्मा दीप मुंबई, वरिष्ठ साहित्यकार एवं समिक्षक रामसाय श्रीवास-छत्तीसगढ़, समाजसेवी संतोष निरंकार शर्मा मुंबई, वरिष्ठ समाजसेवी जगदीश शर्मा,युवा समाजसेवी एवं क्रांतिकारी नेता मनोज कुमार शर्मा की उपस्थिति में निरंजन सैन लिखित आल्हा गीत की समीक्षा की गई।सभी समिक्षकों ने गीतकार एवं गायिका दोनों की भूरभुर प्रसंशा की।अंत में निरंजन सेन ने उपस्थित सभी साहित्यकार समिक्षकों,श्रोता प्रसंशको एवं समाजसेवियों का सहयोग प्रदान करने हेतु आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।

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