देहरादून । हृदयांगन साहित्यिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक संस्था एवं नव निर्मित ‘जीवन्ती’ देवभूमि साहित्यिक संस्था के संयुक्त तत्वावधान में भव्य कवि सम्मेलन शनिवार 19 अप्रैल 2025 को डाट काली मंदिर आशारोड़ी, देहरादून, उत्तराखंड में विधिपूर्वक संपन्न हुआ। कवि सम्मेलन का शुभारंभ कविता बिष्ट ‘नेह’ की वाणी वंदना से हुआ। कुशल संचालन अवनीश मलासी ने किया। 'जीवन्ती' देवभूमि संस्था की अध्यक्ष श्रीमती कविता बिष्ट‘नेह’ ने समस्त अतिथियों का स्वागत किया।आयोजन की अध्यक्षता हृदयांगन की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.विधुत प्रभा चतुर्वेदी ‘मंजू’ ने किया तथा मुख्य अतिथि के रूप में ए.पी. सिंह (मुख्य वित्त अधिकारी, ग्लोकल विश्वविद्यालय सहारनपुर),विशिष्ठ अतिथि श्रीमती सुनीता सिंह (पूर्व प्रभारी, भाजपा महिला मोर्चा, पश्चिम उ.प्र.), विशिष्ठ अतिथि के.डी. शर्मा, श्रीकांत 'श्री', श्रीमती बबीता राणा,जे.पी.मंगाईं (पूर्व सूचना आयुक्त) श्रीमती नमिता मंगाईं, डॉ. प्रमोद शर्मा,कुमार विजय द्रोणी, अरुण शर्मा,गौरव विवेक आदि रहे। 'राष्ट्रीय कवि संगम',जीवन्ती देवभूमि साहित्यिक मंच एवं 'हृदयांगन साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था' तीन संस्थाओं के सहयोग से माता का भंडारा महाभोग प्रसाद स्वरूप पाकर सभी ने अपनी काव्यांजलि अर्पित कर माँ के चरणों में कोटिश: वंदन प्रणाम किया।आयोजन में के.डी. शर्मा, श्रीमती महिमा, शिव मोहन सिंह, सत्येंद्र शर्मा 'तरंग',डॉ नीलम प्रभा, सुरजीत सिंह, जनाब दर्द गढ़वाली,अवनीश मलासी,संजय प्रधान,डॉ. क्षमा कौशिक,श्रीमती अंशु जैन, श्रीमती संगीता वर्मानी, श्रीमती अर्चना झा, श्रीमती अपर्णा एवं समस्त परिवार के सदस्य एवं मित्रगण की उपस्थिति रही।हृदयांगन संस्था के संस्थापक डॉ विधु भूषण त्रिवेदी विद्यावाचस्पति ने उक्त सराहनीय समारोह हेतु सभी पदाधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए उपस्थित सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
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