विनायका हॉस्पिटल में 7 जनो की मृत्यु के करणीभूत संचालक व डॉक्टर्स की जांच कर,उनके विरुद्ध "सदोष मनुष्य बध" के अपराध में दंडात्मक कार्रवाई की जाय -- उपतालुक प्रमुख शिवसेना| Khabare Purvanchal

रविन्द्र कुमार दुबे
नालासोपारा (संवाददाता) नालासोपारा पूर्व के अचोले रोड स्थित  "विनायका हॉस्पिटल" में गत 12 अप्रैल 2021 को कोरोना महामारी के उपचार हेतु भर्ती रोगियों में 7 रोगियों की प्राणवायु  (ऑक्सीजन) के अभाव में मृत्यु हो गयी थी।जिसमे डॉक्टर्स एवं हॉस्पिटल के संचालक की लापरवाही कारणीभूत रही हैं।उक्त हॉस्पिटल की लापरवाही, ऑक्सीजन की कमी एवं गैर जिम्मेदाराना हरकतों की जांच कर दोषियों पर 'सदोष मनुष्य बध' का अपराध दर्ज कर दंडात्मक कार्रवाई किये जाने की मांग वसई तालुका शिवसेना के उपतालुका प्रमुख एडवोकेट अनिल मोहन चव्हाण ने वसई-विरार,मीरा भाईंदर मंडल के पुलिस आयुक्त ,वसई-विरार मनपा के आयुक्त ,वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक तुलिंज पुलिस थाना एवं नगर विकास मंत्री एक नाथ शिंदे से लिखित निवेदन के माध्यम से की है।

निवेदन पत्र में एडवोकेट चव्हाण ने दर्शाया है कि 'विनायका हॉस्पिटल' में ऑक्सीजन की कमी एवं उपचार में लापरवाही के लिए हॉस्पिटल के संचालक व डॉक्टर्स को जिम्मेदार माना जा रहा है।
मृतकों के परिवारजनों का भी कहना है कि बिना उपयुक्त उपचार के साधनों की व्यवस्था के ही उक्त हॉस्पिटल में रोगियों को उपचारार्थ भर्ती कर लिया जाता है।लंबे अरसे से ही उक्त हॉस्पिटल विवादों में घिरा रहा है।उन्होंने कहा कि गत वर्ष भी उक्त हॉस्पिटल में उपचार करा रहे 5 लोगो की मृत्यु डॉक्टर्स एवं संचालक के लापरवाही से हो गयी थी ।उक्त विनायका हॉस्पिटल की अनेक शिकायते पहले से ही की जाती रही हैं।किंतु चिकित्सा विभाग उन शिकायतो को नजरअंदाज करता रहा है।हॉस्पिटल में अयोग्य डॉक्टर्स सेवा दे रहे हैं,उनको शैक्षणिक योग्यता की जांच किया जाना आवश्यक है।साथ ही हॉस्पिटल की कार्यप्रणाली की गहराई से जांच कराने एवं लापरवाही से उपचार करने जिससे कि 7 जनो की मृत्यु हुई है, के दोषियों पर "सदोष मनुष्य बध" का अपराध दर्ज कर दंडात्मक कार्रवाई किये जाने की मांग उपतालुका प्रमुक (शिवसेना) एडवोकेट अनिल मोहन चव्हाण ने उक्त शीर्ष अधिकारियों से की हैं।

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