नालासोपारा (संवाददाता) मनपा अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही या मिली भगत से चलने वाले अवैध वाशिंग सेंटरों पर कार्यवाही कब करेगा मनपा प्रशासन ? ऐसा सवाल स्थानीय निवासियों में चर्चा का विषय बना हुआ है।वाशिंग सेंटर्स चलाने वालों का कहना है कि अधिकारियों' से 'सेटिंग' करके ही वाशिंग सेटर'चला रहे हैं।
ज्ञातव्य है कि नालासोपारा पूर्व व पश्चिम के कई क्षेत्रों में 'वाशिंग सेंटर्स' बलपूर्वक अवैध रूप से चलाये जा रहे हैं, जिनसे तारकोल की सड़क बारह महीन गीली रहती है तथा लगातार जल जमाव से फूल कर टूटने से गड्ढों के रूप में तब्दील हो जाती है। सड़कों के इन गड्ढों से वाहन चालकों एवं पद यात्रियों को बहुते तकलीफ होती है। वाशिंग सेंटरों द्वारा सड़क पर वाहनों को धोया जाता है, जिसके कारण पानी के आवागमन करने वालों पर पड़ते हैं, जिससे लोगों के कपड़े गंदे हो जाते हैं। वाशिंग सेंटरों को मनपा द्वारा दिया जाने वाला गुमास्ता लायसन्स पम्पलगाने की अनुमती उद्योग लायसेंस इत्यादि कुछ भी नहीं है और वे ना ही कोई 'टैक्स मनपा या महसूल विभाग को भुगतान करते हैं। इस तरह वार्किंग सेंटर लाखों के महसूल विभाग को चुना लगा रहे हैं। वासिंग सेंटरों को तत्काल बंद किये जाने की मांग स्थानीय लोगो ने की है।
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