जौनपुर। आपसी सौहार्द तथा एकता की भावना से देश को अंग्रेजों के चंगुल से मुक्त कराने में अहम भूमिका निभाने वाले स्व- बाल गंगाधर तिलक द्वारा महाराष्ट्र में शुरू किए गए गणेशोत्सव की धूम धीरे-धीरे समूचे देश समेत विश्व के तमाम देशों में मचने लगी है। लोकप्रियता की इसी कड़ी में जौनपुर - लखनऊ राजमार्ग पर स्थित परशुरामपुर गांव में भी पिछले चार वर्षों से गणेशोत्सव पर्व का दस दिवसीय आयोजन गांव के ही कुछ युवाओं द्वारा आपसी सहयोग से किया जा रहा है, जो हिंदू - मुस्लिम एकता का प्रतीक है।
परशुरामपुर के शिवालय मंदिर परिसर में आयोजित सार्वजनिक गणेशोत्सव में पूजा, आरती, भजन, महाप्रसाद के साथ ही जनजागरूकता से संबंधित तमाम कार्यक्रम किए जाते हैं। जिसमें गांव के ही युवा बृजेश (गुड्डू) उपाध्याय, अजय कुमार त्रिपाठी, रोहित त्रिपाठी, अरमान (बबलू) खान, राजेश विश्वकर्मा, संदीप जोरिया, सरोज गुप्ता, ओमप्रकाश विश्वकर्मा आदि बगैर किसी प्रकार का चंदा लिए, अपनी छोटी-मोटी कमाई में से ही आपसी आर्थिक सहयोग से यह आयोजन पिछले चार वर्षों से भव्य स्तर पर कर रहे हैं। इस गणेशोत्सव में गणपति बाप्पा का दर्शन लाभ लेने के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है। इसके साथ ही इन युवाओं की टीम ने आगामी नवरात्रोत्सव को भी भव्य स्तर पर आयोजित करने की तैयारी दिखाई है। बता दें कि जौनपुर के कई स्थानों पर घरेलू तथा सार्वजनिक गणेशोत्सव का आयोजन इस बार किया गया है।
0 Comments