मुम्बई। अग्निशिखा मंच एक समाजिक व साहित्यक सस्था है ।जो विगत ३० वर्षो से समाजिक व साहित्यिक कार्यक्रम करती आ रही है मंच की अध्यक्ष अलका पाण्डेय ने बताया की 2022 नववर्ष में भी कोरोना ने पीछा नहीं छोड़ा है । लोग अभी भी संघर्षरत है परन्तु 26 जनवरी के उपलक्ष्य में ऑनलाइन ही सही उत्सव तो मनाना है । तो देशभक्ति का यह आयोजन किया गया ।गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में देशभक्ति के रंग में डूबा कवि सम्मेलन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये माँ शारदे की स्तुति के साथ शुभारंभ हुआ ।मंच संचालन किया अलका पाण्डेय, शोभारानी तिवारी और सुरेन्द्र हरड़ें ने समारोह अध्यक्ष- -राम रॉय मुख्य अतिथि - रमेश मखरीया ,विशेष अतिथि आशा जाकड , संतोष साहू ,जनार्दन सिंह , शिवपूजन पाडेय कुँवर वीर सिंह मार्तण्ड स्वागत किया वैष्णो खत्री ने सभी कवियों ने शानदार कविताओं की प्रस्तुति
काव्य पाठ वाले कवि थे ।
अलका पाण्डेय, अजयपाल , रजनी वर्मा , देवी दीन अविनाशी , हेमा जैन , रानी अग्रवाल , डाoमीना कुमारी परिहार, नीरजा ठाकुर , वीना अचतानी जोधपुर , वैष्णो खत्री , चंदा जांगी, ओम प्रकाश पाडेंय , सुषमा शुक्ल
शोभा रानी तिवारी , अनिता झा,पुष्पा गुप्ता वीणा आडवानी "तन्वी ,रविशंकर कोलते , बृज किशोरी त्रिपाठी, रागिनी मित्तल/, विजेन्द्र मोहन बोकारो/,सरोज लोडाया , सुरेन्द्र हरड़ें, चंदा डागी , कुमकुम वेद, डॉ अंजुल कंसल,वीना अचतानी ,वंदना शर्मा,आशा नायदू , मीना त्रिपाठी, रामेश्वर प्रसाद गुप्ता , पद्माक्षी शुक्ल सरोज दुगड ,निहारिका झा , अंजली तिवारी , सुनीता अग्रवाल ,रानी नारंग, , ऊषा पाडेंय, डॉ महताब अहमद आज़ाद , जनार्दन शर्मा , आदि सभी कवियों का सम्मान पत्र देकर स्वागत किया गया ।अंत में अलका पाण्डेय ने सभी को धन्यवाद देते हुए कहा कि संकट की घड़ी टल जायेगी हम सब जल्दी ही मिलेंगे ।
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