मुंबई। साहित्यिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था भारतीय जन भाषा प्रचार समिति ठाणे (बहुभाषी काव्य गोष्ठी) के आयोजन में कवि, गीतकार,लेखक,शिक्षक,समाजसेवी एवं युग प्रवर्तक साहित्यकार भुवनेंद्र सिंह बिष्ट का विगत 15 सितंबर 2022 को आकस्मिक निधन हुआ उन्हें कविताओं के माध्यम से साहित्यकारों की उपस्थिति में शनिवार 24 सितंबर 2022 भावपूर्ण श्रद्धांजलि/आदरांजलि दी गई। संचालन करते हुए विनय सिंह विनम्र ने बिष्ट जी के जीवन पर प्रकाश डालने हेतु रामप्यारे सिंह रघुवंशी,उमाकांत वर्मा,टी आर खुराना,शिल्पा सोनटक्के, आनंदी सिंह रावत,उमेश मिश्र एवं रामजी गुप्ता को आमंत्रित किया जिन्होंने विष्ट जी के जन्म स्थान उत्तराखंड से लेकर लखनऊ, दिल्ली फिर मुंबई में बीते दिनचर्या पर प्रकाश डाला और मंगला हाई स्कूल थाने में शिक्षक के रूप में फिर प्राचार्य के रूप में जो स्थान कायम किया उस पर भरपूर प्रकाश डाला। बिष्ट जी शिक्षक के साथ-साथ देश और साहित्य को अपना स्तंभ बनाया। संस्था के अध्यक्ष रघुवंशी जी कहते हैं इस वसुंधरा को छोड़ अपनी सारी साहित्यिक विरासत साहित्यकारों को सौंप कर चले गए अब उनके विचारों को हमें आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। उक्त कार्यक्रम में शारदा प्रसाद दुबे, रामजीत गुप्ता,ओमप्रकाश सिंह,अनिल कुमार राही,उमेश मिश्र प्रभाकर,हरजिंदर सिंह शेट्ठी,आभा दवे,डॉक्टर आनंद सिंह रावत, शिव शंकर मिश्र,द्वारिका सिंह,रामप्यारे रघुवंशी,विनय सिंह विनम्र,अश्विनी कुमार यादव,डॉ वफ़ा सुल्तानपुरी,जाकिर हुसैन, नागेंद्र नाथ गुप्ता,सुशील शुक्ला नाचीज,मुन्ना यादव मयंक (जनहित इंडिया पत्रिका),दयानंद पाठक,एडवोकेट अनिल शर्मा,दीपक ठक्कर, तिलक राज खुराना,रामजी गुप्ता,विनय शर्मा दीप एवं उमाकांत वर्मा आदि उपस्थित थे। अंत में विनय सिंह विनम्र ने उपस्थित सभी साहित्यकारों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।
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