'लाइफ फैक्टर आर्च' के सिद्धांत के अनुसार उपचार करने से असाध्य रोगों का भी उपचार संभव है; डॉ अर्चना मिश्रा

जौनपुर (संवाददाता)। कभी-कभी ऐसा भी होता है,जिसकी किसी को कल्पना तक नहीं होती तथा वह व्यक्ति, वस्तु या घटना किसी न किसी क्षेत्र में अपने उन्हीं अप्रत्याशित गुणों की बदौलत क्षेत्र व समाज में पूरी तरह व्याप्त (प्रचलित) हो जाती हैं। ऐसा ही उदान्त व्यक्तित्व है - श्रीमती डॉ. अर्चना मिश्रा का जो अपने ज्ञान एवं अनुभवों के आधार पर असाध्य से असाध्य मानवीय रोगों, का उपचार करने में महारथ हासिल कर चुकी है। 
उन्होंने हमारे संवाददाता को बताया है कि वह ऐसी कई लाइलाज बीमारियों का सफल उपचार करती हैं। जैसे- डायबिटीज (मधुमेह), हृदय रोग, विटिलिगो, गंजापन, प्लास्टिक एनिमिया, नेत्र ज्योति की समस्याएं तथा त्वचा संबंधी रोग एवं अन्य समस्याएं। इत्यादि का वे सफलतम उपचार कर सकती हैं। श्रीमती अर्चना मिश्रा का जन्म वाराणसी (उ.प्र.) में हुआ था। उन्होंने वहीं से जीवविज्ञान में स्नातक (वी एस सी) की परिक्षा पूर्ण की है। वह बताती है कि वह जो कुछ भी करती आराध्या मां दुर्गा की असीम कृपा एवं प्रेरणा से करती हैं। अपने ज्ञान व अनुभव से किये गये लोकहित कार्यों की सफलता व प्रेरणा का श्रेय वह माँ दुर्गा को समर्पित कर देती हैं।
डॉ. अर्चना मिश्रा की मातुश्री -श्रीमती तारा एवं पिता श्री. दयाशंकर दीक्षित हैं। वह जौनपुर जनपद के मडियाहूँ तहसील अंतर्गत, थाना-नेवढ़िया के तरतीडीह गांव की रहने वाली हैं। उनका कहना है कि ऐसा, कोई रोग ही नहीं है, जिसका उपचार न किया जा सके वह 'लाइफ फैक्टर आर्च' के सिद्धान्त पर असाध्य रोगों को साध्य बना देती हैं। उनका कहना है कि गत दो दशकों के शोधानुभवों के उपरांत उन्होंने पाया है कि मानव की स्थूल काया में व्याप्त अनावश्यक तत्वों को आयुर्वेदिक औषधियों के उपयोग से शरीर के बाहर निकालकर ही असाध्य रोगों का उपचार किया जाना श्रेयस्कर होता है।

उन्होंने कहा कि मधुमेह (डायबिटीज) एक असाध्य रोग है, किंतु लाइफ फैक्टर आर्य के सिद्धांत के अनुसार उपचार करने से से सैकड़ो रोगी ठीक होकर सामान्य जीवन यापन कुशलता पूर्वक कर रहे हैं। ऐसा इसलिए संभव हुआ है कि उक्त सिद्धांत के अनुसार उपचार करने से अनावश्यक तत्व शरीर से बाहर हो जाते हैं तथा व्यक्ति का पाचन तंत्र सक्षम होकर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करता है। इस तरह रोगों के उपचार में उपयोग की जाने वाली आयुर्वेदिक औषधियों' के प्रभाव में गुणात्मक वृद्धि होती है। इस तरह से असाध्य से प्रतीत होने वाले रोग भी सहजता से साध्य हो जाते हैं। 

डॉ. अर्चना मिश्रा का मानना है कि 'लाइफ फैक्टर आर्च' का सिद्धांत पूर्ण रूपेण आयुर्वेद पर आधारित है। इस सिद्धांत से कई अन्य रोगों का भी सफल उपचार करना सहज हो जाता है। यथा- शुगर, अस्थमा, कुष्ठरोग, ग्रन्थिरोग, मोटापा, वजन घटाना या बढ़ाना, नेत्र रोग, झुर्रियों से राहत, असमय बृध्दापन, किडनी व लीवर के रोगों का उपचार 'लाइफ फैक्टर आर्च' के सिद्धांत के अनुसार का करना सहज, परिणाम कारक व विश्वसनीय होता है।

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