वसई की उन्नति होती है सुबह-शाम, लेकिन कागद पर ?

अति. आयुक्त आशीष पाटिल के अनधिकृत निर्माणों पर कार्रवाई के आदेश के परखच्चे उड़ा रहे हैं मनपा अधिकारी

वसई | वसई विरार शहर महानगर पालिका क्षेत्र में हुए 70 प्रतिशत से अधिक अवैध निर्माणों ने यह सिद्ध कर दिया है कि इस महानगर पालिका का गठन ही अवैध रहा है। एक कवि की पंक्ति "देश की उन्नति होती है सुबह शाम, लेकिन कागद पर ।" तात्पर्य यह है कि वविश मनपा प्रशासन यह बात कभी स्वीकार नहीं करता है कि अवैध निर्माणों व अवैध कार्यों के विरुद्ध उसने कोई कार्रवाई नहीं की है। किंतु यह आश्चर्य है कि जिन अवैध निर्माणों पर मनपा तोड़क कार्रवाई दर्शाती है, वह अवैध निर्माण दिन दूनी रात चौगुनी की रफ्तार से पुन: खड़ा हो जाता है तथा उसे मनपा प्रशासन का अभय वरदान भी प्राप्त हो जाता है।

अत्यन्त हास्यास्पद प्रतीत होता है कि अवैध निर्माणों पर नकेल लगाने के तथाकथित उपक्रम में वविश मनपा के अतिरिक्त आयुक्त आशीष पाटिल ने एक आदेश जा. क्र. : वविशम / अति. आयुक्त (उ-)186/ 20-21 दि०-12-01-2021 जारी किया था, जिसे बविश मनपा के सहायक आयुक्त/प्रभारी सहायक आयुक्त एवं विशेष नियोजन प्राधिकरण (पूर्व व पश्चिम विभाग) को अनधिकृत बांधकाम व उसपर कार्रवाई किये जाने के में दिशा-निर्देश सन्निहित था 

आदेश पत्र कहा गया था कि वविश मनपा के लगभग सभी प्रभागीय क्षेत्रों में अनधिकृत निर्माणों को किये जाने की सूचनाएं प्राप्त हुई हैं। अनधिकृत् निर्माणों के अनुपात में ही भारी संख्या में शिकायत भी मुख्यालय में आ रही हैं। इसके निदान के लिए सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को आदेश दिया जाता है कि जहां भी अनधिकृत निर्माण चल रहे हैं या हो चुके हैं, उन्हें एमआरटीपी नियम के अनुसार 24 घंटे पूर्व नोटिस जारी कर निष्कासन की कार्रवाई की जाए तथा कार्रवाई की रिपोर्ट उनके कार्यालय में प्रस्तुत की जाय, जिसमें चल रहे तथा हो चुके अनधिकृत निर्माणों की सूची भी संलग्न की जाए। इस आदेश की अवमानना करने पर या लापरवाही बरतने पर, अनधिकृत निर्माणों को सहयोग देना माना जायेगा तथा उनके विरुद्ध गंभीर कार्रवाई की जाएगी। किंतु लगभग दो वर्ष से अधिक का समय बीतने के उपरांत भी किसी मनपा अधिकारी के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इससे यही स्पष्ट होता है कि शिकायतकर्ताओ को बरगलाने मात्र ऐसा खोखला आदेश जारी, किया जाता है। वर्तमान में दो वर्षों की अवधि में किस गये अवैध निर्माण मनपा प्रशासन को मुंह चिढ़ा रहे हैं।

Post a Comment

0 Comments