लखनऊ । राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था ‘शब्दाक्षर’ के बैनर तले गोमती नगर,लखनऊ के कसाया इन रिसार्ट में त्रिदिवसीय सम्मान समारोह सह कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया।संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह, कार्यक्रम प्रमुख बुद्धिनाथ मिश्र एवं व्यवस्था प्रमुख संतोष हिन्दवी की देखरेख में आयोजित यह कार्यक्रम अत्यंत ही आकर्षक एवं उत्साहवर्धक रहा।कार्यक्रम का विधिवत् उद्घाटन उपर्युक्त महानुभावों के अलावा राष्ट्रीय प्रचार मंत्री धनंजय जयपुरी,साहित्य मंत्री अनामिका सिंह,बिहार प्रदेश अध्यक्ष मनोज मिश्र पद्मनाभ, राजकुमार महोबिया,लखन डेहरिया, कामना पाण्डेय आदि ने किया। भारत के 25 राज्यों से पहुंचे करीब 110 साहित्यकारों का स्वागत-सम्मान शब्दाक्षर का प्रतीक-चिन्ह एवं अंग-वस्त्र प्रदान कर किया गया।उक्त कार्यक्रम में ठाणे एवं मुंबई जिला अध्यक्ष लालबहादुर यादव,उपाध्यक्ष शिवकुमार सिंह,संगठन मंत्री सत्यभामा सिंह,सचिव मीनाक्षी शर्मा को शब्दाक्षर राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह ने सम्मानित किया। मुंबई के साहित्यकारों ने अपने काव्यपाठ से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।गीत ऋषि बुद्धिनाथ मिश्र ने अपने वक्तव्य में कहा कि हम शब्दाक्षरियों का मूल उद्देश्य हिन्दी को प्रचार-प्रसार के माध्यम से केवल भारत ही नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व में शीर्ष स्थान पर स्थापित कराना है।अध्यक्षीय उद्बोधन में रवि प्रताप सिंह ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि हिन्दी विश्व में सबसे अधिक बोली जाने वाली तीसरी भाषा है परन्तु,हमें तब तक आत्मिक शांति नहीं मिलेगी जब तक यह प्रथम स्थान नहीं पा लेती।उन्होंने अगला राष्ट्रीय कार्यक्रम राजस्थान में होने की घोषणा कर शब्दाक्षर के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा की।समारोह में 23 सितंबर को होटल में रुके हुए 25 साहित्यकारों को लेकर अयोध्या दर्शन कराया गया।श्रीमती सत्यभामा सिंह के भाई इंस्पेक्टर पंकज सिंह की मदद से सभी सम्मानित रचनाकारों को वीआई पी दर्शन का सुख प्राप्त हुआ।
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