पुलिस और बीएमसी से परेशान फेरीवालों ने निकाला विरोध मोर्चा

मुंबई। पुलिस और बीएमसी की कार्रवाई से परेशान फेरीवालों ने आजाद मैदान में मोर्चा निकाला। संयुक्त फेरीवाला महासंघ के बैनर तले निकाला गया। मोर्चा दादर के शिवाजी पार्क से शुरू हुआ। फेरीवाला संघ ने आरोप लगाया कि छोटा-मोटा रोजगार कर जीवन यापन करने वाले फेरीवालों को पुलिस और बीएमसी परेशान करती है। यूनियन के नेताओं ने फेरीवालों पर हो रहे अन्याय पर तत्काल रोक लगाने की मांग की। उद्योग मंत्री उदय सामंत ने आजाद मैदान आकर फेरीवालों को आश्वासन दिया कि वह इस संबंध में जल्द ही बीएमसी कमिश्नर और पुलिस कमिश्नर के साथ संयुक्त बैठक कर समस्या का हल निकालेंगे। मुंबई, ठाणे, मीरा-भायंदर, पालघर के हजारों फेरीवालों ने मार्च में भाग लिया। संयुक्त फेरीवाला महासंघ के समन्वयक बाबूभाई भवानजी ने आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2014 में संसद में सर्वसम्मति से पास हुआ फेरीवाला कानून लागू किया जाए। बीएमसी ने सर्वे कर अधिकांश फेरीवालों को अपात्र कर दिया। जब तक कानून लागू नहीं होता फेरीवालों पर हो रही कार्रवाई रोकी जाए। उन्होंने कहा कि एक तरफ केंद्र सरकार पीएम स्वनिधि योजना के तहत फेरीवालों को कर्ज मुहैया करा रही है, वहीं दूसरी ओर फेरीवालों को परेशान किया जा रहा है। भवानजी ने कहा कि दवा बाजार में 32 फेरीवालों पर कार्रवाई कर 6 महीने में 8.5 लाख रुपये दंड वसूला गया। एलटी मार्ग पुलिस स्टेशन में 9 एफआईआर दर्ज की गईं। बोरीवली में 600 पात्र फेरीवालों को बांग्लादेशी के नाम पर हटा दिया गया। फेरीवालों के प्रतिनिधिमंडल ने उद्योग मंत्री सामंत को ज्ञापन सौंपा। इस प्रतिनिधि मंडल में भाजपा हॉकर्स यूनिट के मुंबई अध्यक्ष बाबूभाई भवानजी, आजाद हॉकर्स यूनियन के जय शंकर सिंह, संयुक्त फेरीवाला महासंघ के दयाशंकर सिंह, भाजपा नेता आर यू सिंह, संजय यादव, जितेंद्र गुप्ता, जितेंद्र कामले, मापनकर, शिवाजी सुर, सलमा शेख, हरिहर यादव, राकेश गुप्ता आदि शामिल थे।

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