गाजीपुर। आश्विन मास के कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि को मनाए जाने वाला जीवित्पुत्रिका पर्व (जितिया ) रविवार को सिंगारपुर गांव में बड़े हर्षोल्लास के साथ विधि -विधान से मनाया गया। पुत्र के दीर्घायु के लिए माताओं ने निर्जला व्रत रखकर पूजा-अर्चना की।माताएं सुबह से ही पूजा की तैयारी में लगी रहीं।दोपहर बाद स्वच्छ रंग-बिरंगे परिधान धारण कर हाथों में पूजा की थाल लेकर व्रती माताएं गाजे-बाजे के साथ काली माता मंदिर,शिव मंदिर स्थित पूजा स्थल पर पहुंचीं।पूजा स्थल पर माताओं ने भगवान जीमूतवाहन की पूजा की और उनकी कथा सुन संतान के सलामती के साथ घर परिवार के सुख - समृद्धि की कामना की।इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची थी।ऐसी मान्यता है कि व्रत को रखने से पुत्र पर आने वाले संकट टल जाते हैं।हिंदू धर्म में जीवित्पुत्रिका व्रत का विशेष महत्व है। भगवान ने अमृतवर्षा कर निर्जला व्रत में माताओं को शीतलता प्रदान की।गौरतलब है कि क्षेत्र के खानपुर,नायकडीह जबरनपुर,चांदपुर, सेमरा,तरछा,बेलहरी,नेवादा,मठ सरैया, मौधा आदि गांवों में भी बड़े ही धूमधाम से श्रद्धापूर्वक लोक आस्था का पर्व जीवित्पुत्रिका मनाया गया।
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