महाराष्ट्र के मानव संसाधन के विकास में जिजाऊ संस्था का अप्रतिम योगदान

पालघर: महाराष्ट्र राज्य का पालघर जिला जो मुख्य रूप से ट्राइबल बेल्ट के रूप में जाना जाता है, जहां विकास के लिए सरकारी योजनाएं तो बहुत हैं पर शायद क्रियान्वयन उचित तरीके से नही हो पाया है जिसकी वजह से क्षेत्र अभी भी अविकसित है। स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, पेय जल की समस्या आदि मूलभूत सुविधाओं से वंचित इस क्षेत्र में सरकारी योजनाओं की राह न देखते हुए एक संस्था यहां की दिशा और दशा बदलने के लिए अपने पूर्ण सामर्थ्य के साथ क्रियाशील है जिसका नाम "जिजाऊ शैक्षणिक व सामाजिक संस्था" है।इस संस्था के संथापक माननीय निलेश भगवान सांबरे इस क्षेत्र में आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित चिकित्सालय, सीबीएसई स्कूल, वाचनालय, क्रीड़ा संकुल, संघ लोक सेवा आयोग, प्रदेश लोक सेवा आयोग एवं पुलिस भर्ती प्रशिक्षण हेतु प्रशिक्षण केंद्र, दिव्यांगो के लिए स्कूल आदि लोक कल्याणकारी उपक्रमों के माध्यम से क्रांतिकारी परिवर्तन ला रहे हैं, मुख्य बात है कि ये सारी सब सुविधाएं संस्था की तरफ से निःशुल्क उपलब्ध कराई जाती हैं। वाचनालय और प्रशिक्षण की व्यवस्था प्रदेश के कई हिस्सों में उपलब्ध कराई जाती हैं। लक्ष्य एक "सब का विकास"। सही मायने में माननीय निलेश भगवान सांबरे विकास पुरुष हैं।हाल ही में कवि हृदय डेप्युटी कमिश्नर ऑफ इनकम टैक्स लाल बहादुर पुष्कर जो निरंतर छात्रों को दिशा देने का कार्य करते रहते हैं और विशेषकर प्रतियोगी छात्रों का निःशुल्क मार्गदर्शन करते रहते हैं, शिक्षाविद् डॉ अम्बरीष दुबे के साथ इस संस्था के प्रतियोगी छात्रों को "तनावमुक्त प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता" विषय पर अपने विचार व्यक्त किए और समय समय  पर शिक्षा में योगदान के लिए उपलब्ध रहेंगे, संस्था को आश्वस्त किया।

Post a Comment

0 Comments