मुंबई। अखिल ब्रह्म विज्ञान संस्थान, राजभाषा हिंदी प्रचार संस्थान एवं महापंडित राहुल सांकृत्यायन फाउंडेशन द्वारा आयोजित हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में डाॅ. श्रीभगवान तिवारी जी के मार्गदर्शन में विराट कवि सम्मेलन शारदा ज्ञानपीठ इंटरनेशनल स्कूल मलाड (पूर्व) में आयोजित हुआ। समारोह की अध्यक्षता पी. एम. आत्मनिर्भर भारत अभियान संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष श्री रामकुमार पाल ने की।उन्होंने अपने उद्बोधन में हिंदीं की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए भगवान परशुराम के मंदिर के लिए तीन लाख रु. दान देने की घोषणा की। मुख्य अतिथि एम. एस. एम. ई. पी. सी. आय. के वाइस चेयरमैन श्री प्रदीप कुमार मिश्र 'सरकार' ने गुरु जी की पुस्तक प्रकाशित कराने एवं भरपूर सहयोग का आश्वासन दिया। प्रमुख अतिथि डाॅ.आर. के. चौबे जी ने हिंदी के लिए हिंदी भाषियों की उदासीनता पर खेद व्यक्त करते हुए, मुंबई में हिंदी भवन की आवश्यकता पर बल दिया। विशेष अतिथि डॉ. ओमप्रकाश दुबे तथा विशिष्ट अतिथि डाॅ. श्रीमती ऋजुता दुबे ने समारोह की मुक्त कंठ से प्रशंसा की एवं भगवान परशुराम के मंदिर के लिए प्रयत्न करने का आश्वासन दिया। हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत तीन भाषाओं के ज्ञाता। हिंदी साहित्य की समस्त विधाओं पर लेखनी चलाने वाले असंख्य ग्रंथों के रचनाकार संस्थापक डॉ. भगवान तिवारी ने भगवान परशुराम के विषय में क्रांतिमहानायक की रचना की है। उन्होंने मंदिर के लिए एक लाख रु. के दान करने की घोषणा की। समारोह के स्वागताध्यक्ष समाज, संस्कार, सनातन के शुभ चिंतक पं. चंद्रशेखर शुक्ल ने भगवान परशुराम के मंदिर के लिए भरपूर योगदान देने का वचन दिया। कवि सम्मेलन का प्रारंभ सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत से आचार्य रामव्यास उपाध्याय ने किया। कवियों में शब्द साधक आशु कवि त्रिफला ने मनहरण, मत्तगयंद आदि अनेक छंदों के प्रयोग से सम्मेलन में समा बांध दी। डाॅ. रोशनी किरण, रासबिहारी पाण्डेय, सत्यदेव विजय, श्रीराम सिंह, रामस्वरूप साहु, श्याम नारायण पाण्डेय, सूर्यजित मौर्य, संगीता दुबे, संजय द्विवेदी, डाॅ. दिनेश वर्मा, जे.पी. सिंह, जवाहरलाल निर्झर, कल्पेश यादव, राधेश्याम पाण्डेय, अनिल गौड़ आदि कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। संस्था के पदाधिकारियों में डाॅ.अरुण मिश्र, आचार्य वीरेंद्र त्रिपाठी, आशुतोष शुक्ल, प्रभाशंकर शुक्ल, डाॅ.अवनीश सिंह, दिनेश श्रीवास्तव, प्राचार्य एस. पी. पाण्डेय, डाॅन बास्को के समन्वयक चंद्रिका राय, धनंजय चौबे, श्रीराम सिंह, आर.के.सर ने अतिथियों एवं कवियों को स्मृति चिह्न एवं रामनामी दुपट्टे से सम्मानित किया। वैदिक मुकेश , आचार्य महेंद्र मिश्र,आचार्य वीरेंद्र त्रिपाठी आदि आचार्यों ने वेद मंत्रों से कार्यक्रम का उद्घाटन किया । शारदा ज्ञानपीठ इंटरनेशनल स्कूल के संस्थापक डाॅ.शारदा प्रसाद शर्मा के सहयोग से उनके सभागृह में विराट कवि सम्मेलन सम्पन्न हुआ। एस. पी. पाण्डेय ने डाॅ. शर्मा के भ्राता बी.डी. शर्मा का सम्मान किया। समारोह में राजीव नायर, श्रीमती लता शंकरनारायण, नामदार राही का भी सम्मान किया गया। आचार्य रामव्यास उपाध्याय एवं डाॅ.अवनीश सिंह ने सफल संचालन किया। महापंडित राहुल सांकृत्यायन फाउंडेशन के अध्यक्ष डाॅ. परमिंदर पाण्डेय ने आभार व्यक्त किया। अंत में प्रसिद्ध समाजसेवी, आदर्श रामलीला समिति (काटन ग्रीन)के अध्यक्ष दिवंगत दयाशंकर त्रिपाठी के शोक में उनकी आत्मा की शान्ति के लिए मौन धारण कर समारोह को समाप्त घोषित किया गया।
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