मुंबई। अंधेरी कुर्ला रोड, एम.टी.एस. के सामने) श्रीकृष्ण मित्र मंडल सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल इस वर्ष अपने ४१वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। मंडल ने इस बार ३६ फुट ऊँची भव्य गणेश प्रतिमा की प्रतिष्ठापना की है। साकीनाका तथा उपनगरों में यह गणेशोत्सव “गोड गणपति” और “साकीनाका का विघ्नहर्ता” नाम से सर्वविदित है।
मंडल ने हमेशा की तरह सामाजिक, सांस्कृतिक और पर्यावरण–अनुकूल परंपरा को निभाते हुए अनेक विशेष उपक्रम किए हैं। गणेशजी के आगमन और विसर्जन के समय गुलाल की जगह फूलों का उपयोग करने वाला साकीनाका क्षेत्र का पहला मंडल होने का गौरव इसे प्राप्त है। इस संबंध में प्रस्ताव एसीपी साकीनाका श्री प्रदीप मराळे को सौंपा गया। मंडल की विशेषता यह है कि नागरिकों के लिए पूरे वर्ष मुफ़्त ठंडे और स्वच्छ पानी की पाणपोई सेवा उपलब्ध रहती है। वर्ष 2018 में उपनगर में सबसे ऊँची प्रतिमा लाने की परंपरा की शुरुआत भी इसी मंडल ने की थी। इसके साथ ही यह मंडल डी.जे. का उपयोग किए बिना शांतिपूर्ण और अनुशासित ढंग से गणेशोत्सव मनाता है। मानवता और सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देने हेतु मंडल लगातार सामाजिक उपक्रम आयोजित करता है। बच्चों को मुफ़्त कॉपी वितरण, चित्रकला प्रतियोगिता, चलचित्र माध्यम से समाजजागृति और हर वर्ष गणपति बप्पा का नया अनोखा अवतार प्रस्तुत करना—ये सब इस मंडल की विशेष पहचान हैं।
मंडल के प्रमुख सलाहकार अनिल गलगली ने कहा कि श्रीकृष्ण मित्र मंडल ने पिछले चार दशकों से समाजोपयोगी कार्य को प्राथमिकता दी है और गणेशोत्सव के सांस्कृतिक व सामाजिक स्वरूप को समृद्ध करने का निरंतर प्रयास किया है।
मंडल के अध्यक्ष चंद्रकांत माने ने कहा कि गणराय की कृपा से यह उत्सव हमेशा ही लोकाभिमुख और समाजाभिमुख बनाए रखने का हमारा संकल्प है।
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