सनातन धर्म का मूल वेद हैं - आचार्य पाठक

 

मुंबई । आर्य समाज नेरुल,नवी मुंबई का भव्य समारोह सीवुड के सभागृह में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता आर्य प्रतिनिधि सभा मुंबई के यशस्वी प्रधान हरीश आर्य ने की। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ सत्यपाल सिंह मौजूद रहे। आचार्य प्रभारंजन पाठक अध्यक्ष, वैदिक दर्शन प्रतिष्ठान मुंबई , डॉ कुलदीप कोहली आर्य समाज ककड़वाड़ी, महामंत्री विजय गौतम, पूर्व नगर सेविका श्रीमती नेत्रा शिर्के, आर्य समाज सीवुड के संस्थापक तुलसीराम बांगिया,संजीव अग्रवाल आदि मंच पर उपस्थित रहे। 21 कुंडीय यज्ञ के ब्रह्मा विजयपाल शास्त्री थे।
श्रीमती जया पटेल के नेतृत्व में बच्चों ने युवाओं ने बहुत सुंदर व प्रेरक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। आर्य पुरोहित सभा के सभी पुरोहितों के सहयोग से समारोह बहुत ही सफल रहा। आचार्य प्रभारंजन पाठक ने अपने उद्बोधन में महर्षि दयानंद सरस्वती के महत्व को रेखांकित करते हुए वेदों को सनातन धर्म का मूल बताया। उन्होंने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि महर्षि का वैचारिक ज्ञान का प्रकाश ही समाज के पथ को आलोकित कर सकता है। समारोह के अंत में आर्य समाज के प्रधान ने आमंत्रित अतिथियों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की।

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