जौनपुर। श्रीमद्भागवत कथा हृदय को शुद्ध करती है, संशय दूर करती है, और भक्ति व ज्ञान के माध्यम से आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देती है। इसे सुनने वाला व्यक्ति जन्म जन्म जन्मांतर के बंधनों से मुक्त होता है। बदलापुर के मिरशादपुर गांव में चल रही श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में व्यास पीठ से बोलते हुए श्रीधाम अयोध्या के प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित पद्मेश जी महाराज ने उपरोक्त बातें कही। 27 सितंबर से आरंभ कथा का समापन 3 अक्टूबर को हवन के साथ होगा। 4 अक्टूबर को भंडारा का आयोजन किया गया है। शाम 3 बजे से होने वाली कथा में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। श्रीमद् भागवत कथा के मुख्य आयोजक पूर्व प्रधानाचार्य अशोक कुमार सिंह हैं। परिवार के राघवेंद्र सिंह ,अभिषेक सिंह ,अंकित सिंह तथा अंकुश सिंह आए हुए लोगों का स्वागत कर रहे हैं जबकि विशाल सिंह, अनुज सिंह, गर्व सिंह, मयंक सिंह, अक्षत सिंह तथा पूरा परिवार व्यवस्था में लगा हुआ है। अशोक कुमार सिंह के छोटे भाई राजेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि उनके काका अमरपाल सिंह एवं अग्रज कृष्ण कुमार सिंह द्वारा गयाधाम में तर्पण करने के बाद यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
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